ठगी का पर्दाफाश


अगर आपके पास कोई अन्जान फ़ोन आये और कॉलर आपसे यह कहे कि आपकी लॉटरी निकली है, तो सावधान हो जाइये, वरना आप ठगी का शिकार हो सकते है। देश में ऐसे कई गिरोह सक्रिय हैं, जो आपको ईनाम का लालच देकर आपकी गाढ़ी कमाई पर हाथ साफ़ कर सकते हैं।


ठगी का ऐसा ही एक मामला सामने आया है, झारखंड के धनबाद में, जहां एक गैंग के शातिरों ने एक महिला को यह लालच दिया कि उसने ईनाम में लक्ज़री गाड़ी जीती है और उसे गाड़ी के रजिस्ट्रेशन, बीमा और दूसरी औपचारिकता पूरी करने के लिए कुछ पैसे जमा करने होंगे। इस तरह गैंग के शातिरों ने महिला से 12 लाख रूपये ऐंठ लिए, लेकिन उन महिला को गाड़ी नहीं मिली। अब तक महिला को भी यह अहसास हो चुका था कि लालच के चक्कर में वो ठगी का शिकार हो चुकी है। इसके बाद महिला ने धनबाद पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने पूरे मामले की जांच की और आरोपी गैंग के दो शातिरों को बिहार के बेगूसराय से धर दबोचा।


धनबाद के न्यू बिशुनपुर की रहने वाली अनुपम कुमारी के पास एक दिन एक अन्जान कॉल आयी। कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद को ऑनलाइन शॉपिंग साइट नापतोल का अधिकारी बताया और ईनाम में उनकी महिन्द्रा एसयूवी-500 गाड़ी निकलने की बात कही, लेकिन साथ ही कहा कि उन्हें गाड़ी प्राप्त करने के लिए रजिस्ट्रेशन, बीमा, क्लीयरेन्स और दूसरी औपचारिकताएं पूरी करने के लिए कुछ पैसे जमा करने होंगे। इसके बाद ही उन्हें गाड़ी की डिलिवरी हो पाएगी। चूंकि अनुपम कुमारी ने कुछ दिन पहले ही ऑनलाइन साइट नापतोल से खरीदारी की थी, लिहाजा उन्हें उस अन्जान कॉलर की बात पर सहसा ही विश्वास हो गया और उन्होंने कॉलर के बताये एकाउंट में पैसे जमा करवा दिये। इसके बाद उस अन्जान कॉलर के द्वारा अनुपम कुमारी से कई बार पैसे की डिमांड की गयी। कभी प्रोसेसिंग फ़ीस के नाम पर, तो कभी और दूसरे खचों के नाम पर । वहीं गाड़ी मिलने की आस में अनुपम कुमारी कॉलर के कहे अनुसार एकाउंट में पैसे डलवाती रहीं। लेकिन जब 12 लाख रुपये खर्च करने के बाद भी अनुपम को गाड़ी नहीं मिली, तो उन्हें अहसास हो गया कि वो ठगी का शिकार हो चुकी हैं। इसके बाद उन्होंने धनबाद के टाऊन थाने में ठगी की शिकायत दर्ज करवाई।। अनुपम की शिकायत पर धनबाद पुलिस तुरंत ही हरकत में आ गयी और उसने उन एकाउन्ट नम्बर के पतों पर दबिश दी, जिनमें अनुपम ने रकम ट्रांसफ़र की थी और बिहार के बेगूसराय से आशीष और किशन नाम के दो शातिरों को धर दबोचा। जब पुलिस ने उन शातिरों से कड़ाई कड़ाई से पूछताछ की, तो उन्होंने न केवल अनुपम कुमारी से ठगी की बात कबूल ली, साथ ही और । कई वारदातों का खुलासा कर दिया। पुलिस के मुतबिक, गैंग के शातिर ठगी की रकम को अलग अलग खातों में ट्रांसफ़र करवाते थे। इसके लिए वो लोगों के खातों को हायर करते थे। पुलिस ने गैंग के शातिरों से कई बैंकों की पासबुक, चैक, एटीएम कार्ड के साथ ही पेन ड्राइव, वाई-फ़ाई । और कई अधिकरियों के नाम की मुहर भी बरामद की हैं। पुलिस के अनुसार, गैंग में बिहार शरीफ़ के भी कई लोग शामिल हैं, और पुलिस उनकी ऑनलाइन शॉपिंग साइट नापतोल का अधिकारी गिरफ़्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है। इसके साथ ही पुलिस यह पता करने में जुटी है, कि इस इस गैंग के शातिरों ने और कितनी वारदातों को अन्जाम दिया है, ताकि उन्हें उनके गुनाहों की उचित सजा दिलवाई जा सके।